Hair Loss Problem Correct Treatment And Solution

Hair Loss बालों का झड़ना एक आम समस्या बन गई है। इसका जल्द से जल्द इलाज करना बहुत जरूरी होता है। आजकल लोगों की जीवनशैली और खान-पान इतनी बुरी हो गई है कि इसका सीधा असर बालों पर पड़ता है। ऊपर से प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट के केमिकल के कारण भी बालों पर असर पड़ता है, जो बाद में बालों के झड़ने का कारण बन जाता है। असल में बालों के गिरने की समस्या को लोग पहले नजरअंदाज करते हैं, असमय बाल झड़ने से लोग अपनी उम्र से ज्यादा उम्र के नजर आने लगते हैं, इसलिए लोग बहुत ज्यादा स्ट्रेस में भी आ जाते हैं।

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बालों के झड़ने कारण Causes of Hair loss

1 . आनुवंशिकता (Genetics)

आनुवंशिकता बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है। यदि परिवार में किसी को बालों का झड़ना हुआ है, तो यह संभावना बढ़ जाती है कि आपको भी यह समस्या हो सकती है।आनुवंशिक बालों के झड़ने में एक विशेष प्रकार का हार्मोन, डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT), जिम्मेदार होता है। DHT पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाता हैलेकिन इसका प्रभाव पुरुषों में अधिक होता है। यह हार्मोन बालों की जड़ों को कमजोर कर देता है और बालों की वृद्धि को धीमा कर देता है। धीरे-धीरे, यह बालों को पूरी तरह से गिरने का कारण बन सकता है।पुरुषों में आनुवंशिक कारणों से बालों का झड़ना सिर के ऊपरी हिस्से और मस्तिष्क के आसपास होता है। यह आमतौर पर 20 से 30 साल की उम्र में शुरू होता है।शुरुआत में सिर के माथे के पास बालों की रेखा पीछे हटने लगती है, और फिर सिर के बीच का हिस्सा भी खाली होता जाता है।

2.  हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)

हार्मोनल असंतुलन भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। गर्भावस्था, मेनोपॉज, और थायरॉयड की समस्या जैसी स्थितियों में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं। गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव बालों की वृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं। मेनोपॉज  महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव से बालों का झड़ना सामान्य हो सकता है। मेनोपॉज: महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव से बालों का झड़ना सामान्य हो सकता है।

3. तनाव (Stress)

जब शरीर में अत्यधिक तनाव होता है, तो यह शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है, खासकर कोर्टिसोल (Cortisol) हार्मोन को। कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है जो शरीर में स्थितियों को नियंत्रित करता है, जैसे कि रक्तचाप और रक्त शर्करा का स्तर। जब कोर्टिसोल का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है, तो यह बालों की वृद्धि के चक्र को प्रभावित करता है और बालों को गिरने के लिए प्रेरित कर सकता है।जब शरीर में अत्यधिक तनाव होता है, तो यह शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है, खासकर कोर्टिसोल (Cortisol) हार्मोन को। कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है जो शरीर में स्थितियों को नियंत्रित करता है, जैसे कि रक्तचाप और रक्त शर्करा का स्तर। जब कोर्टिसोल का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है, तो यह बालों की वृद्धि के चक्र को प्रभावित करता है और बालों को गिरने के लिए प्रेरित कर सकता है।

4. बालों के प्रति बुरा व्यवहार (Poor Hair Care Practices)

बालों की सेहत और उनकी गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उचित देखभाल और व्यवहार की आवश्यकता होती है। यदि बालों के साथ गलत तरीके से व्यवहार किया जाता है, तो यह बालों के टूटने, झड़ने और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। कई लोग अनजाने में बालों के प्रति बुरा व्यवहार करते हैं, जिससे बालों की हालत बिगड़ सकती है। यहां कुछ सामान्य बुरी आदतों का उल्लेख किया गया है, जो बालों को नुकसान पहुंचा सकती हैं बालों को स्ट्रेटनिंग, कर्लिंग, या सूखाने के लिए गर्म उपकरणों का अत्यधिक उपयोग बालों को नुकसान पहुंचा सकता है। अत्यधिक गर्मी से बालों की नमी खो जाती है, जिससे बाल कमजोर और शुष्क हो सकते हैं, और बालों के झड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

5. बालों की बाहरी चोट (External Injury to Hair)

बालों की बाहरी चोट बालों के टूटने या गिरने का एक अन्य कारण हो सकती है। यह चोट विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे बालों को खींचना, गलत तरीके से कंघी करना, या शारीरिक चोट। बाहरी चोट से बालों का टूटना या झड़ना अस्थायी या स्थायी दोनों हो सकता है, और इसके परिणामस्वरूप बालों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं। जब बालों को खींचा जाता है या अत्यधिक टाइट हेयरस्टाइल (जैसे चोटी, टाइट बन्स या पोनीटेल) बनाई जाती है, तो बालों की जड़ों

6. आयु (Age)

आयु (Age) एक महत्वपूर्ण कारक है, जो बालों के स्वास्थ्य और उनकी वृद्धि पर असर डाल सकता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बालों के विकास की प्रक्रिया में बदलाव आ सकते हैं, और बालों का झड़ना सामान्य हो सकता है। आयु के प्रभाव से बालों में कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें से बालों का पतला होना, कम होना, और झड़ना सबसे सामान्य हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बालों की प्राकृतिक वृद्धि की दर धीमी हो सकती है। बालों का घनापन कम हो सकता है और बालों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं। इससे बाल पतले होने लगते हैं, और सिर के कुछ हिस्सों में गंजापन (Baldness) भी दिखाई दे सकता है।

7. रोग और संक्रमण (Diseases and Infections)

कुछ त्वचा रोग और संक्रमण भी बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं कुछ त्वचा रोग और संक्रमण भी बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं:ऑटोइम्यून बीमारियाँ: जैसे ऐलोपेसीया एरियाटा (Alopecia Areata), जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम बालों की जड़ों पर हमला करती है, जिससे बाल झड़ने लगते हैं।

8. ऑक्सीजन की कमी (Lack of Oxygen to the Scalp)

बालों के झड़ने के कई कारण होते हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण कारण सिरकीत्वचामेंऑक्सीजनकीकमी हो सकता है। सिर की त्वचा (Scalp) में पर्याप्त ऑक्सीजन का संचार न होने से बालों की जड़ों को पोषण नहीं मिल पाता, जिससे बालों का विकास प्रभावित होता है और बाल झड़ने लगते हैं।सिर की त्वचा की नियमित मालिश रक्त संचार को बढ़ा सकती है और ऑक्सीजन को बालों की जड़ों तक पहुंचाने में मदद कर सकती है। आप नारियल तेल, अरंडी तेल या जैतून तेल का इस्तेमाल करके सिर की त्वचा की मालिश कर सकते हैं।

9. सिगरेट पीना और शराब का सेवन (Smoking and Alcohol Consumption)

सिगरेट पीने और शराब के सेवन को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। इन दोनों आदतों का न केवल शरीर पर बल्कि बालों पर भी गहरा असर पड़ता है। ये दोनों चीजें रक्त संचार को प्रभावित करती हैं, जिससे बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते। इससे बालों की सेहत खराब हो सकती है और बालों का झड़ना शुरू हो सकता है। सिगरेट में पाए जाने वाले रासायनिक पदार्थ निकोटिन (Nicotine) रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देते हैं, जिससे रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है। बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व सही तरीके से नहीं पहुँच पाते। इसका परिणाम बालों के झड़ने के रूप में सामने आता है।

10. औषधि का प्रभाव

कुछ औषधियाँ बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं। ये दवाइयाँ विशेष रूप से रक्तदाब की दवाइयाँ, कीमोथेरेपी, और एंटी-डिप्रेसेंट्स होती हैं। इन दवाइयों के कारण बालों का झड़ना आमतौर पर अस्थायी होता है, लेकिन लंबी अवधि तक दवाइयों का उपयोग बालों के झड़ने को स्थायी बना सकता है।

11. विटामिन और खनिज की कमी

बालों की सेहत के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से विटामिन D, B12, और आयरन की कमी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है।

12.ज्यादा केमिकल्स और गर्मी का उपयोग

किसी भी बालों के उत्पाद में अधिक रासायनिक तत्व या गर्मी से बालों को नुकसान हो सकता है। बालों को बार-बार रंगना, स्ट्रेटिंग, या कर्लिंग करने से बाल कमजोर हो सकते हैं और टूटने लगते हैं।

बालों को झड़ने से रोकने के उपाय (Ways to prevent hair fall)

बालों झड़ने में कारक है। इसके लिए प्राणायाम एवं योगासनों को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। योगासन एवं प्राणायाम करने से तनाव का स्तर कम होता है तथा बाल झड़ने कम हो जाते है। खाने में मौसमी फल का अधिक से अधिक प्रयोग करना, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंकुरित धान्य तथा सूखे मेंवों का सेवन करें। संतुलित आहार लेने से पोषक तत्वों की कमी नहीं आती जो कि बाल झड़ने के मुख्य कारणों में आता है। स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान अथवा मेनोपॉज के बाद बाल झड़ने की समस्या देखी जाती है इसके लिए भी संतुलित आहार एवं तनावरहित जीवन शैली बाल झड़ने के उपाय (baal jhadne ke upay) की आवश्यकता है। जीवनशैली में बदलाव लाने पर बालों का झड़ना कुछ हद तक रोका जा सकता है।

बालों को झड़ने से रोकने के लिए करें प्याज का रस (Onion juice:Home Remedies for Hair Fall Control in Hindi)

अपने सिर में लहसुन का रस, प्याज का रस या अदरक का रस लगाकर मसाज करें। इस प्रक्रिया को सोने से पहले करे तथा सुबह अच्छी तरह से बालों को धो लें। प्याज के रस में सल्फर की मात्रा होती है, ये टिशु में मौजूद कोलाजेन के उत्पादन को बढ़ावा देते है। बाल झड़ने की दवा के रूप में प्याज का प्रयोग बालों का झड़ना रोकता

बालों को झड़ने से रोकने के लिए करें तेल से मसाज (Oil massage:Home Remedies for Hair Fall Control in Hindi)

कोई भी प्राकृतिक तैल जैसे, ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल या कनोला ऑयल लें। इसको हल्का गर्म करके इस तैल से अपने स्कैल्प में रोज मसाज करें। मसाज के बाद सिर पर एक शॉवर कैप पहन लें और इसे करीब एक घंटे बाद शैंपू से धो लें। बालों को झड़ने से रोकने के उपाय के रूप में तेल से इलाज (hair fall control) करना बहुत ही फायदा पहुंचाता है।हर दिन कुछ मिनटों के लिए सिर की मसाज करना चाहिए, इससे सिर में रक्त प्रवाह तेज करने में मदद मिलती है साथ ही केश कूप भी सक्रिय रहते है। सिर का मसाज सही तरीके से करने पर बालों का झड़ना रोक सकते हैं। बालों को झड़ने से रोकने में बादाम का तेल भी बहुत ही उपयोगी है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर आपके बाल रूखे और बेजान होने के कारण झड़ रहे हैं तो बादाम के तेल से सिर की मसाज करें। इससे बालों का रूखापन दूर होता है और बालों का झड़ना कम होता है। बालों को झड़ने से रोकने में बादाम का तेल भी बहुत ही उपयोगी है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर आपके बाल रूखे और बेजान होने के कारण झड़ रहे हैं तो बादाम के तेल से सिर की मसाज करें। इससे बालों का रूखापन दूर होता है और बालों का झड़ना कम होता है। 

बालों को झड़ने से रोकता है हिना और मेथी का पाउडर (Hina and Methi Powder controls Hair Fall in Hindi)

हिना और मेथी पाउडर को मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों में लगाएं और कुछ देर सूखने के बाद बालों को सादे पानी से धो लें। इसके नियमित उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है।

बालों को झड़ने से रोकता है ग्रीन टी (Green Tea Home Remedies for Hair Fall Control in Hindi)

ग्रीन टी को बाल झड़ने की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। ग्रीन टी को एक कप पानी में मिलाकर अपने सिर में लगा लें और इसे करीब एक घंटे तक छोड़ दें। ग्रीन टी में एन्टीऑक्सिडेंट होता है जो बालों झड़ने से रोकने में मदद करते हैं। ग्रीन टी पीकर नहीं इसका इस्तेमाल करके बालों का झड़ना (balo ko jhadne se rokne ke upay) रोक सकते हैं। बालों को झड़ने से रोकने में ग्रीन टी का इलाज बहुत असरदार तरीके से काम करता है।

बालों के झड़ने के घरेलू उपाय

आंवला (Amla)

आंवला बालों के लिए बेहद लाभकारी होता है। इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बालों की सेहत को बेहतर बनाते हैं और बालों के झड़ने को कम करते हैं। आंवला का रस या तेल बालों की जड़ों में लगाएं और आधे घंटे बाद धो लें।

नीम (Neem)

नीम में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बालों के झड़ने का कारण बनने वाले स्कैल्प संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। नीम के पत्तों का उबालकर उसका पानी बालों में लगाना लाभकारी हो सकता है।

एलोवेरा (Aloe Vera)

एलोवेरा का जेल बालों और स्कैल्प को ठंडक देता है, साथ ही यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है। नियमित रूप से एलोवेरा जेल लगाने से बालों का झड़ना कम हो सकता है।

मेथी (Fenugreek)

मेथी के दाने बालों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होता है, जो बालों को बढ़ाने में मदद करता है। मेथी के दानों को रातभर पानी में भिगोकर पेस्ट बनाएं और बालों पर लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें, फिर धो लें।

ऑलिव ऑयल (Olive Oil)

ऑलिव ऑयल में विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बालों को नमी प्रदान करते हैं और बालों के झड़ने को रोकते हैं। गर्म तेल की मालिश से रक्त संचार बढ़ता है और बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है।

तुलसी (Basil)

तुलसी के पत्ते भी बालों के झड़ने को कम करने में मदद करते हैं। इसके पत्तों का रस स्कैल्प पर लगाने से बालों की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। यह बालों के लिए एक प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है।

बालों के झड़ने के लिए मेडिकल उपचार

मिनोक्सिडिल (Minoxidil)

मिनोक्सिडिल एक सामान्य उपचार है जो बालों के झड़ने को रोकने और नए बाल उगाने में मदद करता है। यह आमतौर पर त्वचा पर लगाया जाता है और इसका असर कुछ हफ्तों में दिखने लगता है।

फिनास्टेराइड (Finasteride)

यह एक ओरल दवा है जो पुरुषों में बालों के झड़ने को रोकने के लिए उपयोगी है। यह हार्मोन DHT को कम करता है, जो बालों के झड़ने के लिए जिम्मेदार होता है।

प्रॉपेशिया (Propecia)

प्रॉपेशिया फिनास्टेराइड का एक ब्रांड नाम है, जो पुरुषों के बालों के झड़ने के इलाज के लिए FDA द्वारा स्वीकृत है। यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बालों का झड़ना रोकता है।

हेयर ट्रांसप्लांट

यदि बालों का झड़ना गंभीर हो चुका हो और अन्य उपचारों से कोई लाभ न मिल रहा हो, तो हेयर ट्रांसप्लांट एक स्थायी समाधान हो सकता है। इसमें शरीर के अन्य हिस्सों से बाल लेकर सिर के बालों के बिना क्षेत्रों में ट्रांसप्लांट किए जाते हैं।

PRP (Platelet-Rich Plasma) थेरैपी

PRP एक नई तकनीक है जिसमें मरीज के खून से प्लेटलेट्स को निकालकर उसे सिर की त्वचा में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे बालों की वृद्धि बढ़ सकती है

बालों के झड़ने को रोकने के लिए जीवनशैली में बदलाव

तनाव को नियंत्रित करें

ज्यादा तनाव बालों के झड़ने का एक बड़ा कारण है। योग, ध्यान, और गहरी श्वास की तकनीकों से मानसिक शांति पाना महत्वपूर्ण है।

स्वस्थ आहार और हाइड्रेशन

पानी का पर्याप्त सेवन और संतुलित आहार, जिसमें हरी सब्जियाँ, फल, और प्रोटीन शामिल हों, बालों की सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक है।

स्वस्थ नींद

पूस्वस्थ नींद न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमें दिनभर ताजगी और ऊर्जा भी देती है। पर्याप्त और गुणवत्ता वाली नींद से शरीर की मरम्मत, मानसिक शांति, और अच्छे मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जो स्वस्थ नींद के लिए सहायक हो सकते हैं:

बालों को सही तरीके से संभालना

बालों को सुलझाने या धोने के बाद बहुत ज्यादा खींचने से बचें। गीले बालों में कंघी करने से बाल टूट सकते हैं, इसलिए सूखने के बाद ही बालों में कंघी करें।अपने बालों की प्रकार (सुखे, तैलीय, या सामान्य) के हिसाब से शैंपू और कंडीशनर का चुनाव करें। बालों को रोज़ नहीं धोना चाहिए, इसे सप्ताह में 2-3 बार धोना पर्याप्त है।गर्म पानी से बाल धोने से बालों की नमी चली जाती है और बाल कमजोर हो सकते हैं। हमेशा हल्के गुनगुने पानी से बाल धोने का प्रयास करें।बाल धोने के बाद उन्हें तौलिये से हल्के से थपथपाकर सुखाएं, कभी भी जोर से रगड़ें नहीं। और, बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें, हेयर ड्रायर का अत्यधिक उपयोग न करें।बालों को हफ्ते में कम से कम एक बार अच्छे तेल से मसाज करें। गर्म तेल से मालिश करने से बालों की जड़ों तक पोषण पहुंचता है और बाल मजबूत होते हैं।

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