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Vitamin C की कमी से क्या क्या हो सकता है जानिए इसके चौंकाने वाले असर

विटामिन C क्या है

Vitamin C जिसे एसकॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid) भी कहा जाता है, एक आवश्यक पानी में घुलने वाला विटामिन है जो हमारे शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। यह एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है जो कोशिकाओं को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) को मजबूत बनाता है। विटामिन C हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है, जो न केवल हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाता है बल्कि त्वचा, हड्डियों और रक्त संचार को भी स्वस्थ रखता है। इसलिए विटामिन C युक्त आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। विटामिन C (जिसे एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है) एक अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है जो हमारे शरीर की कई ज़रूरी प्रक्रियाओं में भाग लेता है। यह ना सिर्फ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करता है बल्कि त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। लेकिन अगर हमारे शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो इसके गंभीर और चौंकाने वाले प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

विटामिन C की कमी एक नजर

Vitamin C की कमी को चिकित्सा की भाषा में स्कर्वी (Scurvy) कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जो लंबे समय तक विटामिन C की कमी के कारण होती है। स्कर्वी अब एक दुर्लभ बीमारी बन चुकी है, लेकिन आज भी कई लोग विटामिन C की पर्याप्त मात्रा नहीं ले पाते, खासकर वे लोग जिनका आहार असंतुलित होता है।Vitamin C Deficiency : जब बात शरीर के लिए जरूरी विटामिन्स की होती है तो विटामिन ए, बी, सी, डी, बी12 की कमी आपके शरीर को गंभीर रूप से प्रभावित करने का काम करती है। जब हम लोग बार-बार फ्लू, इंफेक्शन और वायरल का शिकार होते हैं तो हमें इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि कौन सा विटामिन हमारे इम्यून सिस्टम को बिगाड़ने का काम कर रहा है। अब जरूरी है कि वायरल और दूसरे गंभीर इंफेक्शन से बचने के लिए आप ऐसा क्या करें ताकि आप ये पता लगा सकें कि किस विटामिन की कमी से ऐसा हो रहा है। आपको बता दें कि शरीर में विटामिन सी कमी कहीं न कहीं आपके इम्यून सिस्टम को बिगाड़ने के साथ-साथ आपके शरीर के कई अंगों को कमजोर बनाने का काम करती है

विटामिन C की कमी के कारण

फल और सब्जियों का कम सेवन

जो लोग ताजे फल और हरी पत्तेदार सब्जियां कम खाते हैं, उनमें विटामिन C की कमी होने की संभावना अधिक होती है। विटामिन C का सबसे बड़ा स्रोत हमारे दैनिक आहार में ताजे फल और हरी सब्जियां हैं। जब हम इनका सेवन कम कर देते हैं, तो शरीर में विटामिन C की कमी होना स्वाभाविक है। आधुनिक जीवनशैली और खान-पान की आदतें इस कमी के पीछे प्रमुख वजह बनती हैं।

धूम्रपान और शराब का सेवन

धूम्रपान शरीर में Vitamin C की खपत को बढ़ाता है, जिससे उसकी कमी हो सकती है। धूम्रपान और शराब का सेवन हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, और यह विटामिन C की कमी को भी बढ़ावा देता है। यह दोनों आदतें शरीर में विटामिन C की मात्रा को तेजी से घटा देती हैं, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

पाचन संबंधी समस्याएं

क्रोहन डिजीज या अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी बीमारियों में विटामिन C का अवशोषण कम हो सकता है। विटामिन C का हमारे पाचन तंत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसकी कमी से न केवल पेट की क्रियाशीलता प्रभावित होती है, बल्कि कई बार गंभीर पाचन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।

गर्भावस्था या स्तनपान

इन अवस्थाओं में शरीर को अधिक विटामिन C की जरूरत होती है। अगर पूर्ति न हो तो कमी हो सकती है। गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान महिला के शरीर में पोषक तत्वों की मांग बहुत बढ़ जाती है, जिसमें विटामिन C भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस समय विटामिन C की कमी न केवल माँ के स्वास्थ्य पर बल्कि बच्चे के विकास पर भी गंभीर असर डाल सकती है।

बढ़ती उम्र और खराब जीवनशैली

उम्र बढ़ने और खानपान की गलत आदतों से शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। विटामिन C की कमी केवल खान-पान की समस्या नहीं है, बल्कि इसका संबंध हमारी बढ़ती उम्र और जीवनशैली से भी गहरा है। समय के साथ हमारे शरीर की पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है, वहीं आधुनिक जीवनशैली भी विटामिन C की कमी को बढ़ावा देती है।

Vitamin C की कमी से होने वाले लक्षण

थकावट और कमजोरी

शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होना इसका सबसे आम लक्षण है।विटामिन C की कमी के शुरुआती लक्षणों में सबसे आम और आसानी से महसूस होने वाला लक्षण है लगातार थकान और शारीरिक कमजोरी। जब शरीर को पर्याप्त विटामिन C नहीं मिलता, तो यह शरीर की ऊर्ज़ा उत्पादन प्रणाली (energy metabolism) को प्रभावित करता है। विटामिन C शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। यह लोहे (Iron) के अवशोषण को बेहतर बनाता है, जिससे खून में ऑक्सीजन की सप्लाई ठीक रहती है।विटामिन C की कमी से शरीर में आयरन की कमी भी हो सकती है, जो थकावट की एक प्रमुख वजह बनती है।

त्वचा पर नीले-काले निशान

Vitamin C कोलेजन (Collagen) के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो रक्त वाहिकाओं (blood vessels), त्वचा, हड्डियों और अंगों को मजबूत बनाए रखता है। मसूड़ों से खून आना और सूजन जब शरीर में विटामिन C की मात्रा कम हो जाती है, तो रक्त वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं और उनमें से खून रिसने लगता है। यही खून त्वचा के नीचे जमा होकर नीले या काले धब्बों का रूप ले लेता है।

बाल झड़ना और रूखापन

बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं और त्वचा बेजान सी हो जाती है। अगर आपके बाल तेजी से झड़ने लगे हैं, कमजोर हो गए हैं या रूखे-सूखे और बेजान हो गए हैं, तो यह केवल शैंपू या तेल की गलती नहीं है – इसके पीछे विटामिन C की कमी एक बड़ा कारण हो सकता है। विटामिन C शरीर में कोलेजन का निर्माण करता है, जो बालों की जड़ों (hair follicles) को मज़बूती देने में सहायक होता है।

घाव भरने में समय लगना

शरीर की मरम्मत करने की क्षमता घट जाती है जिससे मामूली चोट भी देर से ठीक होती है। अगर आपके शरीर पर कोई कट, खरोंच या घाव जल्दी नहीं भर रहा, और सामान्य से अधिक समय ले रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन C की कमी है। यह एक ऐसा लक्षण है जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह अंदरूनी कमजोरी और शरीर की मरम्मत क्षमता (healing ability) के कमजोर होने का संकेत है।

हड्डियों में दर्द और जोड़ों की सूजन

खासकर बच्चों में हड्डियों में दर्द और विकास में रुकावट देखी जा सकती है। यदि आपको बिना किसी चोट या बीमारी के हड्डियों में लगातार दर्द रहता है या आपके जोड़ों में सूजन, अकड़न या हल्की जलन महसूस होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन C की कमी है। यह लक्षण बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं में भी देखा गया है।

इम्यून सिस्टम कमजोर होना

बार-बार सर्दी, खांसी और संक्रमण होना इसका संकेत हो सकता है अगर आप बार-बार बीमार पड़ते हैं, हल्की ठंड, खांसी या इन्फेक्शन बार-बार होते हैं, तो इसका कारण आपका कमजोर इम्यून सिस्टम (Immune System) हो सकता है। और इम्यूनिटी के कमजोर होने के पीछे एक आम लेकिन अक्सर अनदेखा कारण होता है  विटामिन C की कमी।

चिड़चिड़ापन

यह न्यूरो-केमिकल असंतुलन का असर हो सकता है जो विटामिन C की कमी से होता है। हम में से अधिकतर लोग चिड़चिड़ेपन को तनाव, थकावट या नींद की कमी से जोड़ते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप बिना किसी खास कारण के बार-बार चिड़चिड़े, बेचैन या अनमने महसूस करते हैं, तो इसके पीछे विटामिन C की कमी भी एक बड़ा कारण हो सकता है

विटामिन C की कमी से जुड़ी बीमारियां

  • Scurvy (स्कर्वी): जैसा ऊपर बताया, यह गंभीर अवस्था तब होती है जब शरीर में विटामिन C की कमी बहुत ज्यादा हो जाए। इसमें त्वचा बेजान हो जाती है, मसूड़े सड़ने लगते हैं और शरीर में कमजोरी बढ़ती जाती है।
  • एनीमिया: विटामिन C आयरन के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है।एनीमिया, यानी शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी, एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। विटामिन C की कमी इसके होने में एक अहम भूमिका निभा सकती है, क्योंकि विटामिन C आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है, जो हीमोग्लोबिन बनाने के लिए जरूरी है।

दांतों की समस्याएं: दांत कमजोर हो सकते हैं, मसूड़े सड़ सकते हैं, जिससे दांत गिरने तक की नौबत आ सकती है। विटामिन C की कमी से दांतों और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं, जो न केवल आपके स्वास्थ्य पर असर डालती हैं बल्कि आपकी आत्मविश्वास को भी प्रभावित करती हैं।

 हड्डियों की कमजोरी :

बच्चों में हड्डियों का विकास रुक सकता है और बड़ों में जोड़ों का दर्द, फ्रैक्चर की संभावना बढ़ जाती है जब शरीर में विटामिन C की कमी हो जाती है, तो हड्डियां कमजोर और भंगुर हो सकती हैं। यह स्थिति खासकर बुजुर्गों और बच्चों में अधिक देखने को मिलती है। विटामिन C हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।

किन लोगों को विटामिन C की कमी का खतरा अधिक होता है

धूम्रपान करने वाले लोग

•     शराब का अत्यधिक सेवन करने वाले

•     बुजुर्ग

•     गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं

•     शिशु जो केवल गाय का दूध पीते हैं

•     क्रोनिक बीमारियों से ग्रस्त लोग

विटामिन C की पूर्ति कैसे करें

प्राकृतिक स्रोत:

  1. आंवला – विटामिन C का सबसे समृद्ध स्रोत
  2. नींबू – रोजाना नींबू पानी पीने से लाभ
  3. संतरा, मौसमी, कीनू
  4. पपीता, स्ट्रॉबेरी, अमरूदटमाटर, ब्रोकली, शिमला मिर्च
  5. हरी पत्तेदार सब्जिय

विटामिन C की अधिकता के दुष्प्रभाव

हालांकि यह एक वॉटर-सॉल्युबल विटामिन है और अतिरिक्त मात्रा मूत्र के माध्यम से निकल जाती है, लेकिन बहुत अधिक मात्रा (2000 mg से अधिक प्रतिदिन) लेने पर यह निम्नलिखित समस्याएं पैदा कर सकता है:

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पेट दर्द

•     दस्त

•     मतली

•     किडनी स्टोन बनने की संभावना

विटामिन C – निष्कर्ष (Conclusion)

विटामिन C हमारे शरीर के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, बल्कि त्वचा, हड्डियों, मसूड़ों और रक्त कोशिकाओं की सेहत बनाए रखने में भी सहायक होता है। इसकी कमी से स्कर्वी जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है, साथ ही थकान, मसूड़ों से खून आना, घावों का धीमा भरना और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने आहार में ऐसे फल और सब्जियां शामिल करें जो विटामिन C से भरपूर हों – जैसे आंवला, संतरा, नींबू, अमरूद, पपीता, और हरी मिर्च। यदि किसी कारणवश इसकी पूर्ति भोजन से नहीं हो पा रही हो, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट का सेवन किया जा सकता है।

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