थायरॉइड thyroid ग्रंथि गर्दन के निचले हिस्से में तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) जैसे थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन और रिलीज करती है। यह हार्मोन शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं, जैसे कि चयापचय, ऊर्जा, और तापमान
थायरॉइड(thyroid) में क्या हो सकता
हाइपोथायरायडिज्म:
यह तब होता है जब थायरॉइड ग्रंथि बहुत कम थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायरोनिन हार्मोन बनाती है, जिससे शरीर के चयापचय और ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है
लक्षण:
थकान
वजन बढ़ना
ठंड लगना
बाल झड़ना
कब्ज
स्किन ड्राई होना
मूड डाउन
हाइपरथायरॉयडिज्म (Hyperthyroidism)
यह तब होता है जब थायरॉइड ग्रंथि बहुत अधिक थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायरोनिन हार्मोन बनाती है, जिससे शरीर के चयापचय और ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है
वजन घटना
दिल तेज़ धड़कना
घबराहट
पसीना ज़्यादा
नींद नहीं आना
हाथ कांपना
थायरॉइड(thyroid) दवा लेने के नियम
रोज़ सुबह खाली पेट लें
दवा के बाद कम से कम 30 मिनट तक कुछ न खाएं
दवा के साथ दूध, चाय, कॉफी न लें
डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा की डोज़ बदलें
कुछ विशेष सलाह:
थायरॉयड की दवा हमेशा खाली पेट लें, और उसके कम से कम 30 मिनट बाद कुछ खाएँ।
आयोडीन का संतुलन बनाए रखें – ना बहुत कम, ना बहुत ज़्यादा।
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